संवेदना

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     आरवी  और गर्व में दोस्ती थी ,  उन दोनों के बीच क्लास में प्रथम पोजीशन के लिये हमेशा  कंपटीशन रहता था  …. इधर कुछ दिनों से गर्व को बार बार बुखार आ जाता था \ वह कमजोर भी होता जा रहा था … जब उसके पापा ने उसको दिल्ली ले जाकर सब टेस्ट कराये तो  मालूम हुआ कि उसे कैंसर है  … इलाज की लंबी प्रक्रिया के बाद कष्टप्रद कीमोथैरेपी में उसके बाल झड़ गये तो जब वह स्कूल आया तो कुछ लड़के उसको देखकर हंसते और मजाक बनाते जब कि वह अपनी ही परे सानियों से घिरा हुआ था … वह रुआंसा हो उठता परंतु पढाई में व्यवधान न हो इसलिये वह चुपऔर उदास रहता…. आरवी को गर्व की दशा देख कर बहुत खराब लगता वह सोच नहीं पा रही  थी कि क्या करे फिर उसने मन  मन निश्चय कर लिया कि उसे अपने दोस्त गर्व के लिये अपने बालों की बलि देने में जरा भी संकोच नहीं करना चाहिये

 16 वर्षीय आरवी को अपने बालों से बहुत प्यार था । वह अपने काले लहराते लंबे बालों को शीशे में देख बहुत खुश होती थी और अक्सर नई नई स्टाइल भी बना कर   मां सरिता जी को दिखाया करती थी । 3-4 दिनों से बेटी को गुमसुम देख वह बोलीं , ‘मेरे पास आओ , बालों में तेल डाल दूं । क्या बात  है? बहुत चुप चुप हो , कोई परेशानी है तो मुझे बताओ ‘।

मन  ही मन में मानों वह निर्णय लेकर बोली , ‘मां ’आपको मुझसे  प्रॉमिस करना होगा। “

“हां …हां …कुछ बोलो भी ‘’

“मुझे अपना मुंडन करवाना है। “

“दिमाग खराब है क्या ?’

“आप हां कह चुकी हैं ‘’

वह पार्लर से अपना मुंडन करवा कर आई तो उसकी शक्ल देख कर सरिता जी की आंखों में आंसू आ गये थे लेकिन उसके चेहरे पर कोई पीड़ा  नहीं थी ।  वह सुबह स्कूल जाने लगी तो उन्होंने स्कार्फ निकाल कर दिया।

“नो, मॉम’’

 वह जैसे ही क्लासरूम में पहुंची , पूरे क्लास में सन्नाटा छा गया था ।

महिमा मैडम क्लास में आते ही चौंक पड़ी , ‘आरवी तुमने अपने बाल क्यों कटवाये?’

“मैडम , गर्व के बाल कीमोथेरेपी के कारण चले गये थे ,इसलिये क्लास में सभी उसको देख कर हंसते थे और उसका मजाक उड़ाते थे । इसी वजह से मैंने अपना भी मुंडन करवा लिया ।  मैं गर्व के साथ हूं अब वह अकेला नहीं है ।‘’

पूरे क्लास का सिर शर्म से झुक गया था ।

आरवी की संवेदना के लिये प्रेयर ग्राउंड में प्रिंसिपल मैडम ने उसे प्रशंसापत्र देकर सम्मानित किया

पद्मा अग्रवाल।

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