मैं एक चीज़ को एक ही बार कह सकती हूँ,
हज़ार दफ़ा दुआ माँग सक्ती हूँ,
और सौ दफ़ा ख़्वाब में सपने सजा सकती हूँ!
यकीन है कि जब आप दिल में कोई बुनियाद बना लें,
हकीकत का बगीचा एक दिन जरूर बनेगा..
- शुऐब अनम
शादी सात जन्मों का बंधन है … जोड़ियाँ ऊपर से बन कर...
थोड़ी सी खिलखिलाती हँसी बहुत दिनों के बाद पकड़ में आई हो ...
कल रात मैं जब सोई थी मीठे सपनों में खोई थी तभी...
‘ऊधो मोहि बृज बिसरत नाहिं ‘…यदि आपको भी बृजभूमि का ऐसा ही...