Category: Dil se

सशक्तिकरण का संदेश

महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का संदेश देने के लिए मध्य प्रदेश की 24 वर्षीय आशा राजूबाई मालवीय (Aasha Malviya) पूरे देश में साइकिल चल रही हैं। आशा मालवीय साइकिल से देश के हर कोने में जाएगी। इससे पहले आशी ने पर्वतारोही बनकर मध्य प्रदेश का नाम रोशन किया था। तो वहीं, अब महिलाओं के खिलाफ […]

अब चाँद कुछ अलग हो गया है …..

23 अगस्त 2023 शाम 6 बज कर 4  मिनट भारत वर्ष के इतिहास का एक अविस्मरणीय दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज किया जायेगा . पूरा देश टी.वी. और मोबाइल पर  साँस रोक कर चंद्रयान 3 की  सॉफ्ट लैंडिंग सफल हो जाने के   पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा था . इसरो की […]

प्रि वेडिंग शूट

ट्रिं..ट्रिं “ काव्या  , हम लोग अपना प्रिवेडिंग शूट गोवा में करायेगें . “ ‘नलिन,  पापा राजी नहीं होंगें . कहीं आस पास करवा लो . ‘ प्रिवेडिंग एक बार ही होता है इसलिये मेरी फीलिंग्स का भी तो तुम लोगों को ध्यान रखना चाहिये . मैंने गोवा डिसाइड कर लिया है. अब मुझे  कुछ […]

कृष्ण जन्माष्टमी

‘ऊधो मोहि बृज बिसरत नाहिं ‘…यदि आपको भी बृजभूमि  का  ऐसा ही एहसास करना है ,जो आपकी स्मृति पटल पर आजीवन,  जीवंत रहे और दिलोदिमाग पर कभी भी फीका  न पड़े तो एक बार कृष्ण जन्माष्टमी पर बृजभूमि पर अवश्य जायें . यूं तो मथुरा वृंदावन या पूरी बृजभूमि में पूरा वर्ष कृष्णमय वातावरण  ही […]

मैं खुशकिस्मत हूँ

                                    मैं खुश किस्मत हूँ                क्योंकि मेरे वो मुझे बहुत प्यार करते हैं                मैं सोचती हूँ कि प्यार वो नहीं कि               पति मंहगी बनारसी साड़ी               लेकर आये या फिर गहने जेवर गढवाये               जब वह प्यार भरी नजरों से मेरी ओर               देख कर अनायास  कह उठते है                  ये […]

यदि सच में खुशी चाहते हैं तो अपने रिश्तों को सहेजें ……

हम सभी अपने पूरे  जीवन खुश रहना चाहते हैं और खुश रहने के लिये ही पैसा कमा कर सुख सुविधा और ऐशो आराम की चीजें इकट्ठी करते रहते हैं लेकिन मेरा विचार है कि क्या खुशी को यदि पैसों से आप खरीद सकते हैं … नहीं न …. पहले अधिकतर संयुक्त परिवारों में लोग रहा […]

सुनो कभी मिलना

सुनो कभी मिलना अगर तब गले लगने से पहले चेहरे को भर कर हाथों में सबसे पहले चूमना माथे को सुना है माथे का चुम्बन सीधे आत्मा तक पहुंचता है यूं तो पहले से ही उतर चुके हो मन की हर कोर में फिर भी आत्मसात कर के हमेशा के लिए महसूस करअपने साथ लेकर लौट आऊंगीअपने नीरस, […]

वृद्धाश्रम

डॉ. अर्जुन जब से कानपुर देहात के  जिला अस्पताल में CMO  बन कर आये हैं , उनका सामाजिक दायरा भी बढ गया है . चूंकि वह सरकारी  पद पर कार्यरत थे इसलिये वह लोगों से उनके प्रायवेट कार्यक्रमों से अधिकांशतः  हाथ जोड़ कर  माफी मांग लेते थे  लेकिन  फिर भी किन्हीं कार्यक्रमों में मना करते […]

अपने खालीपन

अपने खालीपन को भरने औरतें भरती रहती हैं बरनियों में अचारपतियों से उपेक्षित होकर खोजती हैं -पुत्री और पुत्र में वही प्यार…अंदर से धधकती भी हैं मगर बहाती हैं पुरवाई सी बयारढकने को अपना अवसाद करती हैं साज, श्रृंगार एक दिन में कई बार मजाल जो कह जाएं कि खालीपन है,बहुत खलीपन हौले से मुस्कुरा बस […]

हरियाली तीज स्मृतियां…

तीज पर्व के दो नाम प्रचलित हैं ….आसमान में उमड़ती घुमड़ती काली घटाओं के कारण इस पर्व को कजली (कज्जली)  तीज  और सावन की हरीतिमा के कारण हरियाली तीज के नाम से पुकारते हैं  । इस तीज पर्व पर तीन बातों  के तजने ( छोड़ने ) का भी विधान भी पुस्तकों में मिलता है – […]

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