दुनिया की आधी आबादी महिलाओं की है। वही। इस सृष्टि की जननी है, फिर भी स्त्री को दोयम् दर्जे का समझा जाता है। पुरुष के साथ बराबरी के हक की मांग करके भी वह सदा से समाज के द्वारा छली जाती रही है। आवश्यकता इस बात की हैकि महिलायें स्वयं अपने महत्व को पहचानें । […]