जेठ महीने की चिलचिलाती धूप में पसीने से लथपथ सरला सिर पर ईंट रख कर ढो रही थी . आज कई दिनों के बाद उसे काम मिला था. पेट की आग जो न करवाये वह थोड़ा है . 6 वर्षीय मुन्नी अपने 3 वर्षीय भाई नन्हें छुट्टन के साथ पेड़ की छांव में बैठी हुई […]
जेठ महीने की चिलचिलाती धूप में पसीने से लथपथ सरला सिर पर ईंट रख कर ढो रही थी . आज कई दिनों के बाद उसे काम मिला था. पेट की आग जो न करवाये वह थोड़ा है . 6 वर्षीय मुन्नी अपने 3 वर्षीय भाई नन्हें छुट्टन के साथ पेड़ की छांव में बैठी हुई […]