तुमको पता है? मोनालिसा की मुस्कान कहीं खो गई है! उसकी आंखों की कशिश और होठों की मुस्कुराहट, जिसे दुनिया का कोई भी शख्स ढूंढ ही लेता था।लूव्र की दीवार से, वह मेरे कोने में आ छुपी है। डरी सहमी सी वहां खड़ी है।थक गई थी मुस्कुराते हुए; लाखों की भीड़ देखते- देखते..आज रोने का मन […]