हम सभी अपने पूरे जीवन खुश रहना चाहते हैं और खुश रहने के लिये ही पैसा कमा कर सुख सुविधा औरऐशो आराम की चीजें इकट्ठी करते रहते हैं लेकिन मेरा विचार है कि क्या खुशी को यदि पैसों से आप खरीदसकते हैं … नहीं न …. पहले अधिकतर संयुक्त परिवारों में लोग रहा करते थे […]
धुंधलाती आँखें
रात के 10 बजे थे मेघना बच्चों के कमरे में लेट कर पत्रिकायें पलट रही थी , अचानक ही बर्तन गिरने कीटन्न की आवाज से उनका ध्यान भंग हुआ तो वह झटके से उठ कर किचेन की ओर तेजी से गई थीं तभीवैभव का नाराजगी भरा उनका स्वर उनके कानों में पड़ा था , ‘इस […]