Tag: Hindi poem

अपने खालीपन

अपने खालीपन को भरने औरतें भरती रहती हैं बरनियों में अचारपतियों से उपेक्षित होकर खोजती हैं -पुत्री और पुत्र में वही प्यार…अंदर से धधकती भी हैं मगर बहाती हैं पुरवाई सी बयारढकने को अपना अवसाद करती हैं साज, श्रृंगार एक दिन में कई बार मजाल जो कह जाएं कि खालीपन है,बहुत खलीपन हौले से मुस्कुरा बस […]

मैं क़लमकार

कविताएँ कहानी मेरे शौक़मुझे मेरे किरदारों को जीने केअलावा कुछ नहीं आतामेरे किरदार मेरी कमाई हैंऔर उनकी भावनाएँमेरे बोनस और ग्रेजुएटीकभी कभी सोचती हूँ किमेरे रिश्ते मेरे किरदार होतेतो अपनी कलम से उन्हेंमन चाहे रंग में रंगतीपर वो किरदार हैंउस विधाता केजिसने लिखा हैमेरा किरदार जोसिखाता मुझे किमुझे कैसे मेरा किरदारहै निभाना खुद सेछोड़ के […]

चलो फिर लौट चलें

जी चाहता हे फिर पुराने वक़्त में चली जाऊँ फिर तुम से मिलने के बहाने सुझाऊँकोई पब्लिक बूथ से तुम्हें फ़ोन घूमाऊँ मिलने का वक़्त तय करके, उस वक़्त तक मुश्किल से रुक पाऊँसारा दिन यही सोच कर बिताऊँ  कि क्या पहन कर तुमसे मिलने आयूँसहेली के लिए ले जा रही हूँ  यह बोल कर […]

मैं स्त्री हूं

          मैं स्त्री हूँ            जग की जननी हूँ            सृष्टिकर्ता हूँ             परंतु विडम्बना देखो….           अपनी ही रचना              ‘पुरुषों’  के हाथों               सदा से छली जाती रही हूँ                 मेरी अस्मिता से खेलता है               रौंदता है….  मसलता है …..                 अस्तित्व को नकार कर                  उस पर बलपूर्वक राज करना चाहता है                 मैं स्त्री हूँ                जन्मते ही दोयम्                बन जाती हूँ                 ‘बेटी […]

“दिल की बात”

हम तो स्वच्छ दर्पन हैं किसी से भी नहीं डरते डरें वो सौ मुखौटे जो  हैं अपनी जेब में भरते वादा कर मुकर जाना नहीं फ़ितरत हमारी है हम तो वो दीवाने हैं जो कहते हैं वही करते किसी का हक़ नहीं मारा नहीं की बेवफ़ाई है बचाया झूठ से दामन साफ़गोई से हैं रहते  […]

दशरथी अम्मा

आइये आज आप सबको अपनी “दशरथी”अम्मा से मिलवाते हैं…ये कई वर्षों से घर के पास रहती हैं और घरों में काम करने जाती हैं ख़ूब बढ़िया अवधी भी बोलती हैं..जब ये हँसती हैं तो इनका बस एक दाँत ही कमाल करता है.. अब इनका नाम “दशरथी”कैसे पड़ा ये भी बड़ा दिलचस्प किस्सा है..ये दशहरे वाले […]

Back To Top
Translate »
Open chat