Tag: holi

तन मन रंगों से सराबोर हो गया ——

आज बिरज में होरी रे रसिया ‘ गले में ढोलक लटकाये हुये गुलाटी जी गुलाल उड़ाते हुये होली के खुमार में पूरी तरह डूबे हुये रमन को आवाज दे रहे थे । वह तो पहले से ही प्लेट में गुलाल और गुझिया सजा कर तैयार बैठे थे । बस शुरू हो गया ‘रंग बरसे भीगे […]

पिचकारी ….

अम्मा मोहे भी पिचकारी चाही कल रात सुखिया की उसके बेवड़े पति ने बहुत पिटाई की थी और वह रोते रोते भूखी ही सो गई ….वह अपने जख्मों को सहलाती हुई बासी रोटी अपने जिगर के टुकड़े लालू को देकर रोज की तरह अपने काम पर निकल गई थी । वह सड़क पर बैठ कर […]

तन मन रंगों से सराबोर हो गया ——

‘आज बिरज में होरी रे रसिया ‘ गले में ढोलक लटकाये हुये गुलाटी जी गुलाल उड़ाते हुये होली के खुमार में पूरीतरह डूबे हुये रमन को आवाज दे रहे थे । वह तो पहले से ही प्लेट में गुलाल और गुझिया सजा कर तैयार बैठे थे । बसशुरू हो गया ‘रंग बरसे भीगे चुनरवाली ….’ […]

अम्मा मोहे भी पिचकारी चाही

कल रात सुखिया की उसके बेवड़े पति ने बहुत पिटाई की थी  और वह रोते रोते भूखी ही सो गई ….वह अपने जख्मों को सहलाती हुई बासी रोटी अपने जिगर के टुकड़े लालू को देकर रोज की तरह अपने काम पर निकल गई  थी । वह सड़क पर बैठ कर कुछ फल या सब्जी बेच […]

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