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Dil se

मैं स्त्री हूं

          मैं स्त्री हूँ            जग की जननी हूँ            सृष्टिकर्ता हूँ             परंतु विडम्बना देखो….           अपनी ही रचना              ‘पुरुषों’  के हाथों               सदा से छली जाती रही...

Dil se

“दिल की बात”

हम तो स्वच्छ दर्पन हैं किसी से भी नहीं डरते डरें वो सौ मुखौटे जो  हैं अपनी जेब में भरते वादा कर मुकर...

Dil se

दशरथी अम्मा

आइये आज आप सबको अपनी “दशरथी”अम्मा से मिलवाते हैं…ये कई वर्षों से घर के पास रहती हैं और घरों में काम करने जाती...

Unbox Talent

Poetry – ONLY A MOTHER CAN…

Even though the world has evolved, there is still a lot of judgment in the world. Equality is something that people have been...

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