सदियों से पूज्य रही हूँकन्या रूपेण मातृ रूपेणसीता भी मैं हूँ राधा भी मैं हूँद्रौपदी और गांधारी भी मैं हूँमैं नारी हूँकभी बेटी तो कभी बहनकभी प्रेमिका तो कभी पत्नीमैं ही माँ भी हूँजीवन में पल पल रूप बदलते रहेपर रहती तो नारी ही हूँमैं नारी हूँसदा सदा से कर्तव्यों कीबेड़ियों में जकड़ी रहती हूँअपने […]