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सुनो कभी मिलना

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सुनो कभी मिलना अगर तब गले लगने से पहले चेहरे को भर कर हाथों में सबसे पहले चूमना माथे को सुना है माथे का चुम्बन सीधे आत्मा तक पहुंचता है यूं तो पहले से ही उतर चुके हो मन की हर कोर में फिर भी आत्मसात कर के हमेशा के लिए महसूस करअपने साथ लेकर लौट आऊंगीअपने नीरस, निष्प्राण, निस्प्रयोज्यजीवन में रंग भरने को…. तो कहो कि मिलते ही माथे को चूम कर एकाकार होना चाहोगे ना ?

         *शिवानी विनय सिंह*
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